Ludhiana: लुधियाना की फैक्ट्री में सड़के अंडों से बन रहे फल केक, स्वास्थ्य विभाग ने की छापेमारी
Ludhiana: त्योहारों का मौसम शुरू हो चुका है, और इस दौरान मिठाईयों की दुकानें और कन्फेक्शनर्स मिठाईयों का बड़े पैमाने पर उत्पादन करने में जुटे हैं। हालांकि, इस सब के बीच लोगों के स्वास्थ्य का बिल्कुल भी ध्यान नहीं रखा जा रहा है। इसी चिंता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग भी सक्रिय हो गया है और मिठाई की दुकानों पर छापे मारे जा रहे हैं।
छापे की कार्रवाई
मंगलवार को, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लुधियाना के टिब्बा रोड पर एक दूध उत्पाद बनाने वाली फैक्ट्री पर छापा मारा। इस फैक्ट्री में फल केक बनाने का काम चल रहा था। स्वास्थ्य विभाग को सूचना मिली थी कि इस फैक्ट्री में खाद्य लाइसेंस के बिना खाद्य उत्पादों का निर्माण किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मंगलवार को नागिना बेकर नाम की फैक्ट्री पर छापा मारा। इस दौरान, अधिकारियों को फैक्ट्री के अंदर की गंदगी देखकर भी हैरानी हुई। फैक्ट्री के अंदर गंदगी फैली हुई थी और वहां से बदबू आ रही थी।
सड़े अंडों का इस्तेमाल
इस फैक्ट्री में सड़े और खराब अंडों का उपयोग फल केक बनाने के लिए किया जा रहा था। फैक्ट्री के मालिक नूरुल इस्लाम ने बताया कि वह टूटे अंडों को सस्ते दाम पर खरीदते हैं और उनसे फल केक बनाते हैं, जिन्हें वह बेकरी और किराने की दुकानों पर सप्लाई करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने टूटे अंडों को तोड़कर उनके अंदर का तरल पदार्थ ड्रमों में जमा कर रखा था।
स्वास्थ्य विभाग की जांच
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने फल केक बनाने में इस्तेमाल होने वाले सामग्री की जांच की और तैयार किए गए फल केक, ब्रेड और टूटे अंडों के नमूने लिए और उन्हें परीक्षण के लिए भेज दिया। इसके साथ ही, मौके पर लगभग 4 क्विंटल टूटे अंडे और लगभग 50 बॉक्स तैयार किए गए फल केक को नष्ट कर दिया गया।
जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अमरजीत कौर ने बताया कि फैक्ट्री के मालिक के पास मौके पर खाद्य लाइसेंस भी नहीं था। उन्हें अस्वच्छ स्थिति के लिए चालान किया गया है और फल केक, ब्रेड और अंडों के नमूनों की परीक्षण रिपोर्ट आने के बाद फैक्ट्री के मालिक के खिलाफ नियमों के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
स्वास्थ्य के लिए खतरा
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि खाद्य सुरक्षा मानकों की अनदेखी की जा रही है। त्योहारों के दौरान मिठाईयों की मांग बढ़ जाती है, लेकिन कुछ व्यापारी अपने लाभ के लिए गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखते हैं। सड़े अंडों का उपयोग करना न केवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, बल्कि यह एक गंभीर अपराध भी है। इससे विभिन्न प्रकार की बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है, जो लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरा बन सकती हैं।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
लोगों ने इस घटना को लेकर अपनी चिंता जताई है। स्थानीय निवासी गगन ने कहा, “हम त्योहारों पर मिठाई खरीदते हैं और हमें विश्वास होता है कि ये सुरक्षित हैं। लेकिन अब जब हमें इस तरह की जानकारी मिलती है, तो हमारी चिंता बढ़ जाती है।” वहीं, एक अन्य निवासी ने कहा कि सरकार को इस तरह की फैक्ट्रियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए ताकि ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति न हो।
खाद्य सुरक्षा का महत्व
यह घटना हमें याद दिलाती है कि खाद्य सुरक्षा केवल एक नियम नहीं है, बल्कि यह सभी नागरिकों का अधिकार है। हर नागरिक को यह हक है कि वह जो खाद्य उत्पाद खा रहा है, वह स्वच्छ, सुरक्षित और स्वास्थ्यवर्धक हो। इसके लिए जरूरी है कि खाद्य उत्पादन के सभी स्थानों पर नियमित जांच की जाए और अस्वच्छता के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।